10 और वह नयी शख्सियत पहन लो+ जिसकी सृष्टि परमेश्वर करता है और उसे सही ज्ञान के ज़रिए नया बनाते जाओ ताकि यह परमेश्वर की छवि के मुताबिक हो जाए,+ 11 जिसमें न तो कोई यूनानी है न यहूदी, न खतना पाया हुआ न खतनारहित, न परदेसी न स्कूती, न गुलाम न ही आज़ाद, मगर मसीह सबकुछ और सबमें है।+