किस तरह इन्डेक्स से परिवार को फ़ायदा हो सकता है
पारिवारिक सदस्यों के बारे में बोलते हुए, १ तीमुथियुस ५:४ कहता है: “वे पहले अपने ही घराने के साथ (ईश्वरीय. न्यू.व.) भक्ति का बर्ताव करना . . . सीखें।” सचमुच, परिवार के सदस्यों के साथ हमारे लेन-देन में ईश्वरीय भक्ति का अभ्यास एक ऐसी बात है जो सीखी जानी चाहिए। इस में हमें ईश्वरीय मार्गदर्शन की ज़रूरत है, चूँकि परिवार के सदस्यों की देखभाल करना हमारे मसीही दायित्व का एक हिस्सा है। वॉचटावर पब्लिकेशनस् इन्डेक्स हमें पारिवारिक जीवन में उत्पन्न होनेवाली विविध परिस्थितियों के लिए मार्गदर्शन ढूँढ निकालने की मदद कर सकता है।
२ जब एक पुरुष और स्त्री विवाह कर लेते हैं तब एक नया परिवार अस्तित्व में आ जाता है। (उत्प. २:२४) क्या आप विवाह करने का विचार संजीदगी से कर रहे हैं? शीर्षक “मॅरेज (विवाह)” के नीचे आप उपशीर्षक “सिलेक्टिंग अ मेट (साथी चुनना)” पाएँगे। वहाँ दिए उल्लेख इस कभी-कभी मुश्किल प्रयास के विषय में मददपूर्ण सलाह की ओर निर्दिष्ट करेंगे। इन्डेक्स में “हस्बैंडस् रोल (पति की भूमिका)” और “वाइफ़स् रोल (पत्नी की भूमिका)” के भी उपशीर्षक हैं, जिन में से प्रत्येक में ऐसी जानकारी के उल्लेख दिए गए हैं, जो विवाह करने के इच्छुक और पहले ही शादी-शुदा लोगों के लिए लाभदायक होंगे। इसके अतिरिक्त, “कम्म्यूनिकेशन (विचारों का आदान-प्रदान),” “क्लोज़नेस इन (विवाह में सामिप्य),” और “पीस (शान्ति)” जैसे उपशीर्षक ऐसे विषयों की ओर संकेत करते हैं जिन से विवाह समृद्ध बन सकता है। जब मुश्किलें उठती हैं, तब उपशीर्षक “प्रॉब्लेमस् इन (विवाह में मुश्किलें)” आपको इनका समाधान करने के लिए प्रभावकारी सलाह की ओर निर्दिष्ट कर सकता है।
३ बच्चे यहोवा की ओर से एक विरासत हैं। (भजन १२७:३) माता-पिता अपने बच्चों को ‘यहोवा की शिक्षा और मानसिक नियंत्रण में’ उनका पालन-पोषण कैसे कर सकते हैं? (इफि. ६:४, न्यू.व.) वह मार्गदर्शन अति महत्त्वपूर्ण है जो यहोवा अपने वचन और विश्वसनीय दास वर्ग के ज़रिए देते हैं। माता-पिताओं को अपने बच्चों की भावनाओं और आवश्यकताओं के विषय में अंतर्दृष्टि की आवश्यकता है। इन्डेक्स के शीर्षक “चिल्ड्रेन (बच्चे)” और “यूथ्स (युवजन)” के ज़रिए मददपूर्ण सलाह और सुझाव पाए जा सकते हैं। और यहोवा के नियमों को तरुण मन में बैठाने के बारे में क्या? “चाइल्ड ट्रेनिंग (बच्चों का प्रशिक्षण)” शीर्षक हमें बच्चों के पालन-पोषण के हर पहलू के विषय में अनुभूतिक्षम विचार-विमर्शों तक ले जाता है, जिन में उन्हें यहोवा के साथ एक निजी संबंध किस तरह विकसित करना चाहिए, और किस तरह सच्चाई के लिए एक लालसा विकसित करनी चाहिए, भी शामिल है।—१ पत. २:२.
४ पहले से पारिवारिक तौर पर आयोजित बाइबल आधारित विचार-विमर्श परिवार की सफ़लता के लिए अत्यावश्यक हैं। (व्यव. ६:६-९; यशा. ५४:१३; इफि. ५:२५, २६) आनन्दमय पारिवारिक विचार-विमर्श आयोजित करने के लिए विचारों के उल्लेख “फॅमिली (परिवार)” शीर्षक के नीचे पाए जा सकते हैं। चालू इन्डेक्स में, उपशीर्षक “बाइबल स्टडी (बाइबल अध्ययन)” के नीचे ऐसे उप-उपशीर्षक हैं, जैसे “मेकिंग इट इफेक्टिव (इसे प्रभावकारी बनाना),” “मेकिंग इट एन्जॉयेबल (इसे आनन्ददायक बनाना),” “मेकिंग इट इंटरेस्टिंग (इसे दिलचस्प बनाना)।” और, क्यों न आप समय-समय पर यहोवा के किसी गवाह की जीवन कथा पर ग़ौर करें? शीर्षक “फुल-टाइम मिनिस्टरस् (पूरे-समय के सेवक)” के नीचे, आपको ऐसी जीवन कथाओं की ओर निर्दिष्ट किया जाएगा जिसके शीर्षक हैं, “अ चॉइस आय हॅव नेवर रिग्रेटेड (एक ऐसा चुनाव जिसका मझे कभी खेद न हुआ)” और “रिसीविंग द रिक्वेस्टस् ऑफ माइ हार्ट (मेरी मन की मुरादें पाना)।” “मिशनरीज़ (मिशनरियों)” के नीचे ऐसी और कई वृत्तान्त हैं। सम्पूर्ण सूची “लाइफ स्टोरीज़ ऑफ जेहोवाज़ विट्नेसिज़ (यहोवा के गवाहों की जीवन कथाएँ)” के नीचे पायी जाती है।
५ द वॉचटावर पब्लिकेशनस् इन्डेक्स पारिवारिक जीवन के लिए सलाह और धारणाओं को इकट्ठा करने के लिए एक अद्भुत साधन है। ऐसा हो कि यह आपकी मदद करे कि आप परिवार के भीतर अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने में बड़ी प्रसन्नता पाएँ।