4 फिर भी फिरौन तुम्हारी बात नहीं मानेगा, इसलिए मैं अपना हाथ मिस्र पर उठाऊँगा और उसे कड़ी-से-कड़ी सज़ा दूँगा और अपनी बड़ी भीड़* को, अपने लोगों, इसराएलियों को मिस्र से बाहर निकाल लाऊँगा।+
17 इसलिए कि शास्त्रवचन फिरौन के बारे में कहता है, “मैंने तुझे इसलिए ज़िंदा छोड़ा है ताकि तेरे मामले में अपनी शक्ति दिखाऊँ और पूरी धरती पर अपने नाम का ऐलान करा सकूँ।”+18 तो फिर, परमेश्वर जिस पर चाहे उस पर दया दिखाता है मगर जिसे चाहे उसे ढीठ होने देता है।+