3 याजक छावनी के बाहर उस आदमी के पास जाएगा और उसकी जाँच करेगा। अगर वह देखता है कि उस आदमी का कोढ़ ठीक हो गया है, 4 तो वह उसे आज्ञा देगा कि वह दो शुद्ध चिड़ियाँ, देवदार की लकड़ी, सुर्ख लाल कपड़ा और मरुआ लाए ताकि उसे शुद्ध किया जाए।+
6 फिर याजक देवदार की लकड़ी, मरुआ+ और सुर्ख लाल कपड़ा लेगा और वह सब उस आग में फेंकेगा जिसमें गाय जलायी जा रही है। 7 फिर याजक अपने कपड़े धोएगा और नहाएगा। इसके बाद वह छावनी में आ सकता है। फिर भी वह शाम तक अशुद्ध रहेगा।