5 हमारे अपराधों के लिए उसे भेदा गया,+
हमारे गुनाहों के लिए उसे कुचला गया,+
हमारी शांति के लिए उसने सज़ा भुगती+
और उसके घाव से हम चंगे हुए।+
6 हम सब भेड़ों की तरह भटके हुए थे,+
हर कोई अपनी राह चल रहा था।
लेकिन यहोवा ने हमारे गुनाहों का बोझ उस पर लाद दिया।+