12 “तू जब भी इसराएलियों की गिनती लेगा,+ तो हरेक को अपनी जान के बदले यहोवा को फिरौती देनी होगी। उन्हें यह इसलिए करना होगा ताकि नाम-लिखाई के वक्त उन पर कोई कहर न ढाया जाए।
26 हर आदमी ने पवित्र-स्थान के शेकेल* के मुताबिक आधा शेकेल चाँदी लाकर दी थी। कुल मिलाकर 6,03,550 आदमियों के नाम लिखे गए थे जिनकी उम्र 20 या उससे ज़्यादा थी।+