2 तब हनानी+ दर्शी का बेटा येहू+ राजा यहोशापात से मिलने आया और उससे कहा, “क्या तुझे एक दुष्ट की मदद करनी चाहिए+ और उन लोगों से प्यार करना चाहिए जो यहोवा से नफरत करते हैं?+ इसलिए यहोवा का क्रोध तुझ पर भड़क उठा है।
34 यहोशापात की ज़िंदगी की बाकी कहानी यानी शुरू से लेकर आखिर तक का इतिहास हनानी+ के बेटे येहू+ के लेखनों में लिखा है। इन लेखनों को इसराएल के राजाओं की किताब में शामिल किया गया था।