17 जब दाविद ने उस स्वर्गदूत को देखा जो लोगों को घात कर रहा था, तो उसने यहोवा से कहा, “पाप तो मैंने किया है, गलती मेरी है। फिर तू इन लोगों को क्यों मार रहा है? इन भेड़ों+ का क्या कसूर है? दया करके इन्हें छोड़ दे और मुझे और मेरे पिता के घराने को सज़ा दे।”+