20 भले ही यहोवा तुझे मुसीबत की रोटी खिलाएगा और दुख का पानी पिलाएगा,+ मगर तेरा महान उपदेशक तुझसे अब और छिपा न रहेगा। तू अपने महान उपदेशक को अपनी आँखों से देखेगा।+ 21 और अगर कभी तू सही राह से भटककर दाएँ या बाएँ मुड़े, तो तेरे कानों में पीछे से यह आवाज़ आएगी, “राह यही है,+ इसी पर चल।”+