6 मगर परमेश्वर जो महा-कृपा हमें देता है वह हमारी इस फितरत से कहीं महान है। इसलिए शास्त्र कहता है, “परमेश्वर घमंडियों का विरोध करता है,+ मगर नम्र लोगों पर महा-कृपा करता है।”+
5 इसी तरह जवानो, मैं तुमसे गुज़ारिश करता हूँ कि बुज़ुर्गों* के अधीन रहो।+ और तुम सब एक-दूसरे के साथ नम्रता से पेश आओ* क्योंकि परमेश्वर घमंडियों का विरोध करता है, मगर नम्र लोगों पर महा-कृपा करता है।+