2 “देख, मैंने यहूदा गोत्र के बसलेल को चुना है*+ जो ऊरी का बेटा और हूर का पोता है।+3 मैं उसे अपनी पवित्र शक्ति से भर दूँगा और हर तरह की कारीगरी में कुशल होने के लिए बुद्धि, समझ और ज्ञान दूँगा
16 पूरा शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से लिखा गया है+ और सिखाने,+ समझाने, टेढ़ी बातों को सीध में लाने* और नेक स्तरों के मुताबिक सोच ढालने के लिए फायदेमंद है+17 ताकि परमेश्वर का सेवक हर अच्छे काम के लिए पूरी तरह काबिल बने और हर तरह से तैयार हो सके।
17 लेकिन जो बुद्धि स्वर्ग से मिलती है वह सबसे पहले तो पवित्र,+ फिर शांति कायम करनेवाली,+ लिहाज़ करनेवाली,+ आज्ञा मानने के लिए तैयार, दया और अच्छे कामों से भरपूर होती है।+ यह भेदभाव नहीं करती+ और न ही कपटी होती है।+