विलापगीत 1:1 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 1 वह नगरी जो कभी लोगों से आबाद रहती थी, अब कैसी अकेली बैठी है!+ जो कभी राष्ट्रों से ज़्यादा भरी-पूरी थी, अब कैसे विधवा जैसी हो गयी है!+ जो कभी बहुत-से इलाकों* की मलिका थी, अब कैसे दासी बन गयी है!+
1 वह नगरी जो कभी लोगों से आबाद रहती थी, अब कैसी अकेली बैठी है!+ जो कभी राष्ट्रों से ज़्यादा भरी-पूरी थी, अब कैसे विधवा जैसी हो गयी है!+ जो कभी बहुत-से इलाकों* की मलिका थी, अब कैसे दासी बन गयी है!+