16 तुम मेरी प्रजा इसराएल पर ऐसे धावा बोलोगे जैसे घने बादल एक देश को ढक लेते हैं। हे गोग, मैं आखिरी दिनों में तुझे अपने देश के खिलाफ लाऊँगा+ ताकि तेरी वजह से जब मैं राष्ट्रों के सामने खुद को पवित्र ठहराऊँ तो वे जान लें कि मैं कौन हूँ।”’+
22 मैं उस पर महामारी लाकर+ और खून की नदियाँ बहाकर उसे सज़ा दूँगा।* मैं उस पर और उसकी सारी सेनाओं और कई देशों पर जो उसके साथ हैं, मूसलाधार बारिश कराऊँगा, ओले, आग और गंधक बरसाऊँगा।+
8 सेनाओं के परमेश्वर यहोवा ने महिमा पाने के बाद, मुझे उन राष्ट्रों के पास भेजा है जिन्होंने तुम्हें लूटा था।+ वह कहता है, ‘जो तुम्हें छूता है वह मेरी आँख की पुतली को छूता है।+
3 उस दिन मैं यरूशलेम को सब देशों के लोगों के लिए भारी पत्थर बना दूँगा। जो कोई उसे उठाएगा वह बुरी तरह घायल हो जाएगा।+ धरती के सब राष्ट्र उसके खिलाफ इकट्ठा होंगे।”+