15 मैं चाहता तो अपना हाथ बढ़ाकर तुझ पर और तेरे लोगों पर कोई महामारी लाता और अब तक धरती से तेरा नामो-निशान मिटा चुका होता। 16 मगर मैंने तुझे इसलिए ज़िंदा रहने दिया है ताकि तुझे अपनी शक्ति दिखा सकूँ और पूरी धरती पर अपने नाम का ऐलान करा सकूँ।+
17 देख, मैंने मिस्रियों के दिल को कठोर होने दिया है ताकि वे इसराएलियों के पीछे-पीछे सागर के बीच आ जाएँ। तब मैं फिरौन और उसकी पूरी सेना को, उसके युद्ध-रथों और घुड़सवारों को बुरी तरह हरा दूँगा जिससे मेरी महिमा हो।+
17 इसलिए कि शास्त्रवचन फिरौन के बारे में कहता है, “मैंने तुझे इसलिए ज़िंदा छोड़ा है ताकि तेरे मामले में अपनी शक्ति दिखाऊँ और पूरी धरती पर अपने नाम का ऐलान करा सकूँ।”+