21 मूसा ने अब अपना हाथ सागर पर बढ़ाया+ और यहोवा ने सारी रात पूरब से तेज़ हवा चलायी जिससे सागर का पानी दो हिस्सों में बँट गया+ और बीच में सूखी ज़मीन दिखायी देने लगी।+
27 मूसा ने फौरन अपना हाथ सागर पर बढ़ाया और सुबह होते-होते सागर का सारा पानी पहले की तरह मिल गया। सागर के पानी को मिलता देख मिस्रियों ने भागने की कोशिश की, मगर यहोवा ने उन्हें सागर के बीच ही झटक दिया।+