21 इसलिए राजा सिदकियाह ने आदेश दिया कि यिर्मयाह को ‘पहरेदारों के आँगन’ में बंद किया जाए।+ वहाँ उसे हर दिन एक गोल रोटी दी जाती थी, जो नानबाइयों की गली से लायी जाती थी।+ जब तक शहर में रोटी थी तब तक यिर्मयाह को रोटी मिलती रही।+ यिर्मयाह ‘पहरेदारों के आँगन’ में ही रहा।