यिर्मयाह 31:29, 30 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 29 उन दिनों वे यह बात फिर कभी नहीं कहेंगे, ‘खट्टे अंगूर खाए पिताओं ने, मगर दाँत खट्टे हुए बेटों के।’+ 30 इसके बजाय हर कोई अपने ही गुनाह के लिए मरेगा। जो कोई खट्टे अंगूर खाएगा, उसी के दाँत खट्टे होंगे।”
29 उन दिनों वे यह बात फिर कभी नहीं कहेंगे, ‘खट्टे अंगूर खाए पिताओं ने, मगर दाँत खट्टे हुए बेटों के।’+ 30 इसके बजाय हर कोई अपने ही गुनाह के लिए मरेगा। जो कोई खट्टे अंगूर खाएगा, उसी के दाँत खट्टे होंगे।”