यशायाह 34:10 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 10 वह दिन-रात सुलगती रहेगी,उससे हमेशा धुआँ उठता रहेगा, पीढ़ी-पीढ़ी तक वह उजाड़ पड़ी रहेगी,फिर कभी कोई उसमें से होकर नहीं गुज़रेगा।+ यशायाह 34:13 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 13 नगरी की मज़बूत मीनारों पर काँटे निकल आएँगे,उसके किलों में बिच्छू-बूटी और कँटीली घास उग आएगी। वह नगरी गीदड़ों की माँदऔर शुतुरमुर्गों का अड्डा बन जाएगी।+
10 वह दिन-रात सुलगती रहेगी,उससे हमेशा धुआँ उठता रहेगा, पीढ़ी-पीढ़ी तक वह उजाड़ पड़ी रहेगी,फिर कभी कोई उसमें से होकर नहीं गुज़रेगा।+
13 नगरी की मज़बूत मीनारों पर काँटे निकल आएँगे,उसके किलों में बिच्छू-बूटी और कँटीली घास उग आएगी। वह नगरी गीदड़ों की माँदऔर शुतुरमुर्गों का अड्डा बन जाएगी।+