2 तब उसने कहा, “जब भी तुम प्रार्थना करो तो कहो: ‘हे पिता, तेरा नाम पवित्र किया जाए।+ तेरा राज आए।+ 3 हर दिन की रोटी हमें देता रह।+ 4 हमारे पाप माफ कर दे,+ इसलिए कि जो भी हमारे खिलाफ पाप करके हमारा कर्ज़दार बन जाता है, हम भी उसे माफ करते हैं।+ और परीक्षा आने पर हमें गिरने न दे।’”+