14 वचन इंसान बना+ और हमारे बीच रहा और हमने उसका तेज देखा, ऐसा तेज जैसा एक पिता के इकलौते बेटे+ का होता है और वह परमेश्वर की कृपा* और सच्चाई से भरपूर था।
29 क्योंकि जिन पर उसने सबसे पहले ध्यान दिया, उनके लिए पहले से यह भी तय किया कि वे ऐसे ढाले जाएँ कि बिलकुल उसके बेटे जैसे हों+ और उसका बेटा बहुत-से भाइयों में+ पहलौठा+ ठहरे।