7 क्योंकि वह हमारा परमेश्वर है
और हम उसके लोग हैं जिनकी वह चरवाही करता है,
हम उसकी भेड़ें हैं जिनकी वह देखभाल करता है।+
आज अगर तुम उसकी आवाज़ सुनो,+
8 तो अपना दिल कठोर मत करना,
जैसे तुम्हारे पुरखों ने मरीबा में किया था,+
वीराने में मस्सा के दिन किया था।+