25 प्रतियोगिता में हिस्सा लेनेवाला* हर बात में संयम बरतता है। बेशक, वे एक ऐसा ताज पाने के लिए यह सब करते हैं जो नाश हो सकता है,+ मगर हम उस ताज के लिए करते हैं जो कभी नाश नहीं होगा।+
24 क्योंकि प्रभु के दास को लड़ने की ज़रूरत नहीं बल्कि ज़रूरी है कि वह सब लोगों के साथ नरमी* से पेश आए,+ सिखाने के काबिल हो और जब उसके साथ कुछ बुरा होता है तब भी खुद को काबू में रखे+