यशायाह 34:10 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 10 वह दिन-रात सुलगती रहेगी,उससे हमेशा धुआँ उठता रहेगा, पीढ़ी-पीढ़ी तक वह उजाड़ पड़ी रहेगी,फिर कभी कोई उसमें से होकर नहीं गुज़रेगा।+
10 वह दिन-रात सुलगती रहेगी,उससे हमेशा धुआँ उठता रहेगा, पीढ़ी-पीढ़ी तक वह उजाड़ पड़ी रहेगी,फिर कभी कोई उसमें से होकर नहीं गुज़रेगा।+