17 क्योंकि वह मेम्ना+ जो राजगद्दी के पास* है, इन्हें चरवाहे की तरह+ जीवन के पानी के सोतों तक ले जाएगा।+ और परमेश्वर इनकी आँखों से हर आँसू पोंछ डालेगा।”+
6 फिर उसने मुझसे कहा, “ये वचन पूरे हो चुके हैं! मैं ही अल्फा और ओमेगा* हूँ यानी शुरूआत और अंत मैं ही हूँ।+ जो कोई प्यासा होगा उसे मैं जीवन देनेवाले पानी के सोते से मुफ्त* पानी पिलाऊँगा।+