30 इसके बाद मैंने उन्हें पराए लोगों के हर बुरे असर से छुड़ाकर शुद्ध किया। और सभी याजकों और लेवियों को उनके अपने-अपने काम पर वापस ठहराया।+ 31 मैंने यह इंतज़ाम भी किया कि परमेश्वर के भवन में कब-कब लकड़ियाँ लायी जाएँ+ और फसल की पहली उपज अर्पित की जाए।
हे मेरे परमेश्वर, मुझे याद रखना और मुझ पर कृपा करना।+