5 जो इंसान कोई अपराध होते देखता है या उस अपराध के बारे में कुछ जानता है, वह उस अपराध का गवाह बन जाता है। अगर वह सरेआम किया जानेवाला ऐलान सुनता है कि उस अपराध के बारे में गवाही दी जाए, मगर फिर भी आगे आकर उस बारे में नहीं बताता तो यह पाप है।+ उसे अपने पाप का लेखा देना होगा।