11 यहोवा मूसा से आमने-सामने बात करता था,+ जैसे एक आदमी दूसरे आदमी से बात करता है। जब मूसा परमेश्वर से बात करने के बाद तंबू से निकलकर इसराएलियों की छावनी में जाता तो यहोशू+ तंबू के द्वार पर खड़ा होता और वहाँ से नहीं हटता। यहोशू, नून का बेटा और मूसा का सेवक और मददगार था।+