9 फिर उसने कहा, “हे यहोवा, अगर तेरी कृपा मुझ पर है, तो हमारे साथ चल और हमारे बीच रह।+ हम ढीठ किस्म के लोग हैं,+ फिर भी हे यहोवा, हमारे गुनाह और पाप माफ कर दे+ और हमें अपनी जागीर मानकर अपना ले।”
6 इसलिए जान लो कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें इस बढ़िया देश का जो अधिकारी बना रहा है, उसकी वजह यह नहीं कि तुम नेक हो। तुम तो दरअसल बहुत ढीठ किस्म के लोग हो।+
27 मैं अच्छी तरह जानता हूँ कि तुम ढीठ और बगावती लोग हो।+ आज जब मैं ज़िंदा हूँ तब तुम यहोवा के खिलाफ इस कदर बगावत कर रहे हो, तो मेरी मौत के बाद और कितनी ज़्यादा बगावत करोगे!