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गिनती 35:22-24पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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22 ऐसा भी हो सकता है कि एक इंसान नफरत की वजह से नहीं बल्कि गलती से किसी को धकेल देता है जिससे वह मर जाता है। या वह उस पर कोई ऐसी चीज़ फेंकता है जिसके लगने से वह मर जाता है, जबकि उसकी जान लेने का उसका कोई इरादा नहीं था।*+ 23 या यह भी हो सकता है कि उसने दूसरे आदमी को देखा नहीं और वह गलती से उस पर पत्थर गिरा देता है जिससे वह मर जाता है। अगर ऐसा होता है और उस इंसान की उस आदमी से कोई दुश्मनी नहीं थी जो मर गया है और न ही उसे चोट पहुँचाने का कोई इरादा था, 24 मंडली को इन नियमों के मुताबिक, मारनेवाले और खून का बदला लेनेवाले के मुकदमे का फैसला करना चाहिए।+
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व्यवस्थाविवरण 19:4-6पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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4 मगर उन शहरों में सिर्फ ऐसे खूनी को रहने दिया जाए जिसने अनजाने में किसी का खून किया है न कि नफरत की वजह से।+ 5 जैसे, एक आदमी अपने साथी के साथ जंगल में लकड़ी काटने जाता है और जब पेड़ काटने के लिए कुल्हाड़ी ऊपर उठाता है तो कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उसके साथी को लग जाती है और वह मर जाता है। तब उस खूनी को उनमें से किसी एक शहर में भाग जाना चाहिए और वहीं रहना चाहिए।+ 6 अगर शहर बहुत दूर होगा तो जब खून का बदला लेनेवाला+ गुस्से की आग में जलता हुआ खूनी का पीछा करेगा तब रास्ते में ही उसे पकड़कर मार डालेगा, जबकि उसे मार डालना सही नहीं होगा क्योंकि वह उस आदमी से नफरत नहीं करता था जिसे उसने मार डाला था।+
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