7 दाविद ने उससे कहा, “घबरा मत। मैं तेरे पिता योनातान की खातिर ज़रूर तेरे साथ कृपा* से पेश आऊँगा।+ मैं तेरे दादा शाऊल की सारी ज़मीन तुझे लौटा दूँगा और तू सदा मेरी मेज़ पर खाया करेगा।”+
28 तू चाहता तो मेरे पिता के पूरे घराने को मिटा सकता था। लेकिन तूने ऐसा नहीं किया बल्कि अपने इस दास को अपनी मेज़ से खाने का सम्मान दिया।+ इसलिए मेरा क्या हक बनता है कि मैं राजा की और दुहाई दूँ?”