12 जब अबशालोम ने हेब्रोन में बलिदान चढ़ाए तो उसने दाविद के सलाहकार अहीतोपेल+ को भी गीलो शहर+ से बुलवाया। अहीतोपेल गीलो शहर का रहनेवाला था। अबशालोम की साज़िश ज़ोर पकड़ती गयी और उसका साथ देनेवालों की गिनती दिनों-दिन बढ़ती गयी।+
14 तब अबशालोम और इसराएल के सभी आदमियों ने कहा, “एरेकी हूशै की सलाह अहीतोपेल की सलाह से ज़्यादा अच्छी है!”+ ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यहोवा ने ठान लिया था* कि वह अहीतोपेल की बढ़िया सलाह को नाकाम कर देगा+ ताकि यहोवा अबशालोम पर कहर ढा सके।+
23 जब अहीतोपेल ने देखा कि उसकी सलाह नहीं मानी गयी, तो वह एक गधे पर सवार होकर अपने शहर लौट गया।+ उसने अपने घराने को ज़रूरी हिदायतें दीं+ और फिर फाँसी लगा ली* और मर गया।+ उसे उसके पुरखों के कब्रिस्तान में दफनाया गया।