29 इसलिए मेरी दुआ है कि तू अपने सेवक के घराने को खुशी-खुशी आशीष दे और यह घराना तेरे सामने हमेशा कायम रहे+ क्योंकि हे सारे जहान के मालिक यहोवा, तूने ही यह वादा किया है और तेरी आशीष तेरे सेवक के घराने पर सदा बनी रहे।”+
4 फिर भी दाविद के परमेश्वर यहोवा ने दाविद की खातिर+ यरूशलेम में उसका दीया जलने दिया।+ परमेश्वर ने उसके बेटे को राजा ठहराया और यरूशलेम को बने रहने दिया।
19 फिर भी यहोवा ने अपने सेवक दाविद की खातिर यहूदा राज का नाश नहीं करना चाहा।+ उसने दाविद से वादा किया था कि उसका और उसके बेटों का दीया हमेशा जलता रहेगा।+