31 दाविद ने कुछ लेवियों को इसलिए चुना कि जब संदूक यहोवा के भवन में रखा जाए तो वहाँ वे गीत गाने का निर्देशन करें।+ 32 जब तक सुलैमान ने यरूशलेम में यहोवा का भवन नहीं बनाया+ तब तक भेंट के तंबू में वे गानों के लिए ज़िम्मेदार थे। उनके लिए जो नियम ठहराया गया था उसके मुताबिक वे सेवा करते थे।+