23यहोवा ने इसराएल को उसके आस-पास के सभी दुश्मनों से महफूज़ रखा और उन्हें चैन दिलाया।+ अब बहुत दिन बीत चुके थे। यहोशू बूढ़ा हो चला था और उसकी उम्र ढल चुकी थी।+
15 इस शपथ पर सारे यहूदा के लोगों ने खुशियाँ मनायीं, क्योंकि उन्होंने पूरे दिल से शपथ खायी थी और पूरे जोश से उसकी खोज की थी और वह उन्हें मिला।+ यहोवा उन्हें हर तरफ से शांति देता रहा।+