5 तुम उन जातियों के साथ यह करना: उनकी वेदियाँ ढा देना, उनके पूजा-स्तंभ चूर-चूर कर देना,+ उनकी पूजा-लाठें* काट डालना+ और उनकी खुदी हुई मूरतें जला देना,+
4 हिजकियाह ही वह राजा था जिसने ऊँची जगह हटायीं,+ पूजा-स्तंभ चूर-चूर कर दिए और पूजा-लाठ* काट डाली।+ उसने ताँबे का वह साँप भी चूर-चूर कर दिया जो मूसा ने बनवाया था।+ उस साँप को ‘ताँबे के साँप की मूरत’* कहा जाता था। इसराएली अब भी उसके आगे बलिदान चढ़ाया करते थे ताकि उनका धुआँ उठे।
2 आसा ने वही किया जो उसके परमेश्वर यहोवा की नज़र में सही और भला था। 3 उसने पराए देवताओं की वेदियाँ और ऊँची जगह मिटा दीं,+ पूजा-स्तंभ चूर-चूर कर दिए+ और पूजा-लाठें* काट डालीं।+
3 अपने राज के 8वें साल से जब वह एक लड़का ही था, वह अपने पुरखे दाविद के परमेश्वर की खोज करने लगा+ और 12वें साल में उसने यहूदा और यरूशलेम को शुद्ध करना शुरू किया।+ वह वहाँ की ऊँची जगह,+ पूजा-लाठें* और खुदी+ और ढली हुई मूरतें हटाने लगा।