25 तू दुष्ट के साथ-साथ नेक जन को मार डालने की कभी सोच भी नहीं सकता।+ तू दोनों को एक ही सिला दे, यह कभी नहीं हो सकता।+ क्या सारी दुनिया का न्याय करनेवाला कभी अन्याय कर सकता है?”+
7 यहोवा का डर तुममें बना रहे।+ तुम अपना काम सावधानी से करना क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा कभी अन्याय नहीं करता,+ किसी की तरफदारी नहीं करता+ और न ही रिश्वत लेता है।”+