भजन 36:7, 8 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल) 7 हे परमेश्वर, तेरा अटल प्यार क्या ही अनमोल है!+ तेरे पंखों की छाँव तले इंसान पनाह लेते हैं।+ 8 वे तेरे भवन की भरपूरी* से जी-भरकर पीते हैं,+तू अपनी अच्छाई की उमड़ती नदी से उन्हें पिलाता है।+
7 हे परमेश्वर, तेरा अटल प्यार क्या ही अनमोल है!+ तेरे पंखों की छाँव तले इंसान पनाह लेते हैं।+ 8 वे तेरे भवन की भरपूरी* से जी-भरकर पीते हैं,+तू अपनी अच्छाई की उमड़ती नदी से उन्हें पिलाता है।+