7 फिर यहोवा ने अब्राम के सामने प्रकट होकर कहा, “मैं यह देश तेरे वंश*+ को दूँगा।”+ इसलिए अब्राम ने वहाँ यहोवा के लिए एक वेदी बनायी जो उसके सामने प्रकट हुआ था।
14 अब्राम से लूत के अलग होने के बाद यहोवा ने अब्राम से कहा, “ज़रा अपनी आँखें उठाकर चारों तरफ देख। जहाँ तू है वहाँ से उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम चारों दिशाओं में अपनी नज़र दौड़ा, 15 क्योंकि यह सारा देश जो तू देख रहा है, यह मैं तुझे और तेरे वंश* को हमेशा के लिए दे दूँगा। यह तुम्हारी जागीर होगा।+
3 तू इस देश में परदेसी बनकर रह।+ मैं हमेशा तेरे साथ रहूँगा और तुझे आशीष दूँगा, क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश* को ये सभी इलाके दूँगा।+ और मैं अपना यह वादा पूरा करूँगा जो मैंने तेरे पिता अब्राहम से शपथ खाकर किया था:+