6 फिर प्रभु ने कहा, “ध्यान दो कि उस न्यायी ने बुरा इंसान होने के बावजूद क्या कहा! 7 तो क्या परमेश्वर अपने चुने हुओं की खातिर इंसाफ नहीं करेगा, जो दिन-रात उससे फरियाद करते हैं?+ भले ही परमेश्वर उनके मामले में सब्र से काम लेता है, मगर वह उनकी ज़रूर सुनेगा।+