11 मैंने स्वर्ग को खुला हुआ देखा और देखो! एक सफेद घोड़ा।+ और जो उस पर सवार था, वह विश्वासयोग्य+ और सच्चा कहलाता है+ और वह नेक स्तरों के मुताबिक न्याय करना और युद्ध करना जारी रखता है।+
15 और उस घुड़सवार के मुँह से एक तेज़ धारवाली लंबी तलवार निकलती है+ ताकि वह उससे राष्ट्रों पर वार करे। और वह चरवाहे की तरह उन्हें लोहे के छड़ से हाँकेगा।+ यही नहीं, वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के क्रोध और जलजलाहट के हौद में भी रौंदता है।+