8 फिर ‘हिन्नोम के वंशजों की घाटी’+ से होते हुए यबूसी+ शहर यानी यरूशलेम+ की दक्षिणी ढलान तक पहुँचती थी। वहाँ से यह सरहद उस पहाड़ की चोटी तक जाती थी, जो हिन्नोम घाटी के पश्चिम में और रपाई घाटी के उत्तरी छोर पर था।
28आहाज+ जब राजा बना तब वह 20 साल का था और उसने यरूशलेम में रहकर 16 साल राज किया। उसने ऐसे काम नहीं किए जो यहोवा की नज़र में सही थे, जैसे उसके पुरखे दाविद ने किए थे।+
3 और उसने ‘हिन्नोम के वंशजों की घाटी’* में बलिदान चढ़ाए ताकि उनका धुआँ उठे और आग में अपने बेटों को होम कर दिया।+ इस तरह उसने उन राष्ट्रों के जैसे घिनौने काम किए,+ जिन्हें यहोवा ने इसराएलियों के सामने से खदेड़ दिया था।
31 उन्होंने “हिन्नोम के वंशजों की घाटी”*+ में तोपेत की ऊँची जगह बनायी हैं ताकि वे अपने बेटे-बेटियों को आग में होम कर दें।+ यह ऐसा काम है जिसकी न तो मैंने कभी आज्ञा दी थी और न ही कभी यह खयाल मेरे मन में आया।’+