5 “देखो, वह रहा अश्शूर!+
वह मेरे क्रोध की छड़ी है,+
उसके हाथ में वह लाठी है जिससे मैं अपनी जलजलाहट दिखाऊँगा।
6 मैं उसे उस राष्ट्र के खिलाफ भेजूँगा जिसने मुझसे मुँह मोड़ लिया है,+
उन लोगों के खिलाफ जिन्होंने मेरा क्रोध भड़काया है।
मैं उसे हुक्म दूँगा कि वह उन्हें पूरी तरह लूट ले,
उन्हें ऐसे रौंद दे जैसे गली का कीचड़ रौंदा जाता है।+