9 इस नगरी का नाम मुझे बहुत खुशी देगा। दुनिया के उन सब राष्ट्रों में मेरी तारीफ और महिमा होगी जो सुनेंगे कि मैंने उनके साथ कितनी भलाई की है।+ मैं इस नगरी के साथ जो भलाई करूँगा और इसे जो शांति दूँगा+ उसे देखकर सब राष्ट्र डर जाएँगे और थर-थर काँपेंगे।’”+
25 इसलिए सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, ‘मैं याकूब के लोगों को, जो बंदी बनाए गए हैं, उनके देश वापस ले आऊँगा+ और इसराएल के पूरे घराने पर दया करूँगा+ और पूरे जोश के साथ अपने पवित्र नाम की पैरवी करूँगा।+
27 जब मैं उन्हें दूसरे देशों से वापस ले आऊँगा और उनके दुश्मनों के देशों से उन्हें इकट्ठा करूँगा+ तब मैं बहुत-से राष्ट्रों के देखते उनके बीच खुद को पवित्र ठहराऊँगा।’+