28 मैं तुमसे सच कहता हूँ कि यहाँ जो खड़े हैं, उनमें से कुछ ऐसे हैं जो तब तक मौत का मुँह नहीं देखेंगे, जब तक कि वे इंसान के बेटे को उसके राज में आता हुआ न देख लें।”+
16 उसके दाएँ हाथ में सात तारे थे+ और उसके मुँह से एक लंबी और दोनों तरफ तेज़ धारवाली तलवार निकल रही थी।+ उसका चेहरा ऐसे चमक रहा था जैसे सूरज कड़ी धूप में चमकता है।+