4 विश्वास ही से हाबिल ने परमेश्वर को ऐसा बलिदान चढ़ाया जो कैन के बलिदान से श्रेष्ठ था।+ और इसी विश्वास की वजह से उसे गवाही दी गयी कि वह नेक है क्योंकि परमेश्वर ने उसकी भेंट मंज़ूर की थी।+ हालाँकि हाबिल मर चुका है मगर अपने विश्वास की वजह से वह आज भी बोलता है।+