18 हर मौके पर पवित्र शक्ति के मुताबिक+ हर तरह की प्रार्थना+ और मिन्नतें करते रहो। और ऐसा करने के लिए जागते रहो और सभी पवित्र जनों की खातिर मिन्नतें करते रहो।
17 इसलिए प्यारे भाइयो, तुम जो पहले से इन बातों की जानकारी रखते हो, खबरदार रहो कि तुम उन दुष्टों की धोखा देनेवाली बातों में आकर उनके साथ गुमराह न हो जाओ बल्कि इसी तरह मज़बूत खड़े रहो और गिर न जाओ।+