12 तब तुममें से हर परिवार को चाहिए कि वह अपना पहलौठा यहोवा को देने के लिए अलग ठहराए। और अपने झुंड के हर जानवर का नर पहलौठा भी परमेश्वर को देने के लिए अलग ठहराए। इंसान और जानवर, सबके पहलौठे यहोवा के हैं।+
29 तुम्हारे यहाँ जब अनाज की भरपूर पैदावार होती है और तेल और दाख-मदिरा के हौद उमड़ने लगते हैं, तो अपनी उपज में से कुछ मुझे चढ़ाने से मत झिझकना।+ तुम अपने बेटों में से पहलौठा मुझे देना।+
13 हरेक पहलौठा मेरा है।+ जिस दिन मैंने मिस्र देश में सभी पहलौठों को मार डाला था,+ उसी दिन मैंने इसराएल के हर पहलौठे को अपने लिए अलग ठहराया था, चाहे इंसान के पहलौठे हों या जानवर के।+ सभी पहलौठे मेरे होंगे। मैं यहोवा हूँ।”
17 इसराएलियों का हर पहलौठा मेरा है, फिर चाहे वह इंसान का हो या जानवर का।+ जिस दिन मैंने मिस्र में सभी पहलौठों को मार डाला था, उसी दिन मैंने इसराएल के सब पहलौठों को पवित्र ठहरा दिया था कि वे मुझे दिए जाएँ।+