27 वे उन्हें ले आए और लाकर महासभा के सामने खड़ा कर दिया। महायाजक ने उनसे कुछ सवाल किए 28 और कहा, “हमने तुम्हें कड़ा आदेश दिया था कि इस नाम से सिखाना बंद कर दो,+ मगर फिर भी देखो! तुमने सारे यरूशलेम को अपनी शिक्षाओं से भर दिया है और तुमने इस आदमी के खून का दोष हमारे सिर पर थोपने की ठान ली है।”+