12 फिर मैंने उनसे कहा, “अगर तुम्हें ठीक लगे तो मुझे मेरी मज़दूरी दो, लेकिन अगर नहीं तो मत दो।” तब उन्होंने मुझे मज़दूरी में चाँदी के 30 टुकड़े तौलकर दिए।+
14 फिर उन बारहों में से एक, जो यहूदा इस्करियोती कहलाता था,+ प्रधान याजकों के पास गया+15 और उसने उनसे कहा, “अगर मैं उसे तुम्हारे हाथों पकड़वा दूँ, तो तुम मुझे क्या दोगे?”+ उन्होंने कहा कि वे उसे चाँदी के 30 सिक्के देंगे।+