31 जब वे गिड़गिड़ाकर मिन्नत कर चुके तो वह जगह जहाँ वे इकट्ठा थे, काँप उठी और वे सब-के-सब पवित्र शक्ति से भर गए+ और निडर होकर परमेश्वर का वचन सुनाने लगे।+
14 जब यरूशलेम में प्रेषितों ने सुना कि सामरिया के लोगों ने परमेश्वर का वचन स्वीकार किया है,+ तो उन्होंने पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा। 15 उन्होंने वहाँ जाकर उनके लिए प्रार्थना की कि वे पवित्र शक्ति पाएँ।+